दिल ढ़ूढता है फिर उस दौर को, सिमट गई घड़ियाँ यादों के पिंजरे में जैसे कैद कर ली हो रूह दिल ढ़ूढता है फिर उस दौर को, सिमट गई घड़ियाँ यादों के पिंजरे में जैसे कैद क...
उस अपने से जो ऐसा बर्ताव करे, बस अब किसी की अपने दिल मे जगह न बने। उस अपने से जो ऐसा बर्ताव करे, बस अब किसी की अपने दिल मे जगह न बने।
वो फूल मै काँटा हूँ वो फूल मै काँटा हूँ
यस , डार्क फेन्टसी वाली ही रात थी जन्मा था एक चाँद मेरी ज़िंदगी की रात के आँचल तले च यस , डार्क फेन्टसी वाली ही रात थी जन्मा था एक चाँद मेरी ज़िंदगी की रात के...
सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को। सिर्फ मतलबों के रिश्तेदार बनाये हमने हर बार अपनों ने ही नीचा दिखाया हम को।
वो कोई और नहीं.... उस दुनिया से मुझे मेरे " पापा " दिखाई देते हैं! वो कोई और नहीं.... उस दुनिया से मुझे मेरे " पापा " दिखाई देते हैं!